सीएम कमलनाथ के पास पहुंची फैमिली यूनिवर्सिटी की प्राथमिक जांच रिपोर्ट
42 कर्मचारी बंधे अपनी परिवारिक संबंधों में
भोपाल
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में दो बार कुलपति रहे बृजकिशोर कुठियाला ने छोटे पदों की भर्ती में बड़े स्तर घोटाला किया है। अपने कृपा पात्रों के घर परिवार के लोगों को तक विवि में नौकरियों आवंटित कर दीं। नौकरी के लिए योग्यता नहीं बल्कि उनके करीबी से रिश्ता होना अनिवार्य किया गया। इससे एमसीयू एक फैमिली यूनिवर्सिटी बन कर रह गई है। भाजपा को हटाकर कांगे्रस सरकार के आते ही फर्जीवाड़े की जांच शुरू हो गई है। इसकी प्राईमरी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास पहुंच गई है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट तीन से चार में तैयार हो जाएगी। सीएम कमलनाथ के आदेश के बाद एमसीयू में हुई फर्जी नियुक्तियों पर एक्शन लिया जाएगा।
एमसीयू में भाई ने भाई को नहीं बल्कि पति ने पत्नी को, जीजा ने साला साली को, भाई ने भाई व बहन को और चाचा ने भतीजे नौकरी लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी हैं। कुपलति कुठियाला के कार्यकाल के दौरान हुई उक्त भर्तियों में 21 कर्मचारियों ने अपने पारिवारिक सदस्यों को घर से निकालर एमसीयू तक ले आए। इससे उनकी संख्या 42 तक पहुंच गई है। अपनी नौकरी पक्की होने के बाद कर्मचारी कुलपति कुठियाला के पहुंचकर अपनी परिवारिक सदस्यसों को शिफारिस करने लगते थे। कुलपति कुठियाला भी उनकी योग्यता को नजरअंदाज कर अपने करीबियों के खास होने पर नियुक्ति करने में विलंब नहीं करते थे। यहां तक कुलपति कुठियाला ने दूसरा कार्यकाल खत्म होने के कुछ पूर्व भी भर्तियां कर दी थीं, जो जांच में आ चुकी हैं। इसी शिकायत सीएम कमलनाथ की तीन सदस्यीय जांच कमेटी को गई थी। इसमें एसीएस एम गोपाल रेड्डी, भूपेंद्र गुप्ता और संदीप दीक्षित शामिल थे। उन्होंने इसकी रिपोर्ट तैयार कर सीएम कमलनाथ को भेज दी है, जिसका वे परीक्षण कर आगामी कार्रवाई के लिए आदेशित करेंगे।
पति पत्नी
- सुनील जैन लेखाअधिकारी संगीता जैन ट्यूटर
- मोनिका वर्मा एचओडी संचार सुरेंद्र पाल असिस्टेंट प्रोफेसर
- सुरेंद्र बिरवा प्रशासनिक अधिकारी एकता बिरवा सहायक ग्रेड 3
- आदित्य जैन कार्यालय अधीक्षक रिंकी जैन वित्त अधिकारी
- तोहर सिंह परिहार संगीता भास्कर सहायक ग्रेड 3
- नारायण शर्मा ड्रायवर प्रतिमा शर्मा सहायक ग्रेड 3
- भोलानाथ मिश्रा ममता मिश्रा चपरासी
जीता साला व साली
- अमरपाल मरावी एआर अशोक कुमार मरावी चपरासी
- पूरम चंद भाभर सोनल सहायक ग्रेड 1 भाभर सहायक ग्रेड व तीन रिनशा गामोड सहायक ग्रेड तीन
- नारायण शर्मा ड्रायवर नर्मदा शर्मा सहायक ग्रेड 3
- दिनेश मिश्रा सहायक ग्रेड 2 राजेश पांडे चपरासी
- यदुनाथ नापित सहायक ग्रेड 1 रजनीश प्रसाद नापित चपरासी
चाचा भतीजा
- श्रीकांत सिंह एचओडी इलेक्टिानिक अरुण सिंह सहायक ग्रेड 3
- शिवराम मंडलोई महेश मंडलोई सहायक ग्रेड 3
- राम प्रसाद सौंधिया दीपक सौंधिया चपरासी
भाई-भाई व बहन
- प्रदीप कुमार डेहरिया सत्येंद्र कुमार डेहरिया सहायक प्रोफेसर
- रामकृष्ण नापित सहायक ग्रेड 2 राजकुमार नापित सहायक ग्रेड 3 हरिराम नापति चपरासी
- कोदई वर्मा गोपाल वर्मा सहायक ग्रेड 2 व 3
- शिवराम मंडलोई मीना चौहान सहायक ग्रेड 3
- मुकेश नामदेव स्टेनो रजनीश नामदेव सहायक प्रोग्रामर
- रेवती रमण मिश्रा राकेश मिश्रा सहायक ग्रेड 3
- रमाशंकर मिश्रा सहायक ग्रेड 3 शिवकांत मिश्रा चपरासी
- प्रफुल्ल धरमाल किरण उरमाले सहायक ग्रेड 3
वर्जन
जांच रिपोर्ट कमेटी द्वारा शासन को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट के तहत ही शासन आगामी कार्रवाई तय करेगा।
दीपेंद्र बघेल
रजिस्ट्रार, एमसीयू
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